कि बात अभी की ही है ज्यादा पुरानी भी नहीं
कि बात अभी की ही है ज्यादा पुरानी भी नहीं
बातों ही बातों मे उनके किस्से निकल आये
जिन्हे अब याद करने की चाहत भी नहीं
सोचा तो था की दफ़न कर दूँ
उसकी यादों को दिल के कोने में कहीं
कि फिर भी कहीं एक सरगोशी सी हुई
हवा ने चुपके से उसके नाम की आहट दी
सोचा न था, पर दिल ने फिर उसी गली का रुख किया
जहां हर मोड़ पर उसकी...
बातों ही बातों मे उनके किस्से निकल आये
जिन्हे अब याद करने की चाहत भी नहीं
सोचा तो था की दफ़न कर दूँ
उसकी यादों को दिल के कोने में कहीं
कि फिर भी कहीं एक सरगोशी सी हुई
हवा ने चुपके से उसके नाम की आहट दी
सोचा न था, पर दिल ने फिर उसी गली का रुख किया
जहां हर मोड़ पर उसकी...