जरुरी है क्या..?
तू पढ़ले इन आंखो को खुद ही ,
हर बात लफ्ज़ों में बताना जरूरी है क्या..?
मान जा तू खुद ही इस बार ,
हर बार मेरा मनाना जरूरी है क्या..?
मिल ले बेवजह कभी यूं ही ,
हर बार कोइ बहाना जरूरी है क्या..?
सुनले कभी खामोशी को मेरी ,
हर बात कहके बताना जरूरी है क्या..?
...
हर बात लफ्ज़ों में बताना जरूरी है क्या..?
मान जा तू खुद ही इस बार ,
हर बार मेरा मनाना जरूरी है क्या..?
मिल ले बेवजह कभी यूं ही ,
हर बार कोइ बहाना जरूरी है क्या..?
सुनले कभी खामोशी को मेरी ,
हर बात कहके बताना जरूरी है क्या..?
...