ओ.... बापू म्हारा
नमस्कार !
मैं किरण कुमावत जयपुर वाली । एक छोटा सा गीत लेकर आपके सामने उपस्थित हुई हूँ । गीत उस समय का है जब एक पिता उपनी 23 वर्षिय पुत्री का विवाह 35 वर्षीय लड़के के साथ तय कर देते है----
ना देऊं थानै ओळबो ,म्हँ ना देऊं कोई ज्ञान
करू ना कोई काम ऐड़ो , जेस्यू घट जावै थारों मान
तु दे दे मनै इतणो बताय
काई म्हँ दे दी घणी सताय
ज्यों तु सजा दे रयो मौकळी
ओ... बापू म्हारा सजा दे रयो मौकळी
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मैं किरण कुमावत जयपुर वाली । एक छोटा सा गीत लेकर आपके सामने उपस्थित हुई हूँ । गीत उस समय का है जब एक पिता उपनी 23 वर्षिय पुत्री का विवाह 35 वर्षीय लड़के के साथ तय कर देते है----
ना देऊं थानै ओळबो ,म्हँ ना देऊं कोई ज्ञान
करू ना कोई काम ऐड़ो , जेस्यू घट जावै थारों मान
तु दे दे मनै इतणो बताय
काई म्हँ दे दी घणी सताय
ज्यों तु सजा दे रयो मौकळी
ओ... बापू म्हारा सजा दे रयो मौकळी
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