इश्वर मेरे !!!
#WritcoPoemPrompt44
भूली बिसरी यादें सबको संजो के चली
कब हंसी थी कब रोई थी सब कुछ यादों में लेके चली |
जीवन की इससे चक्रभियु...
भूली बिसरी यादें सबको संजो के चली
कब हंसी थी कब रोई थी सब कुछ यादों में लेके चली |
जीवन की इससे चक्रभियु...