🇮🇳🔥!!! फौजी !!!🔥🇮🇳
जिम्मेदारीयों का बोझ उठाकर,
वह दिन रात चलता हैं !
सर्दी, गर्मी, बारिशों में,
वह फर्ज अपना निभाता हैं !!
पीछे घर, आगे सरहद,
बीच में वह रहता हैं !
मुश्किलों के बावजूद भी
मजे में हूँ कहता हैं !!
मजे होते हैं, फौजी के
दुनियाँ का यह समझौता हैं !
क्या पता उन्हें की,
वह दिल में कितना रोता...
वह दिन रात चलता हैं !
सर्दी, गर्मी, बारिशों में,
वह फर्ज अपना निभाता हैं !!
पीछे घर, आगे सरहद,
बीच में वह रहता हैं !
मुश्किलों के बावजूद भी
मजे में हूँ कहता हैं !!
मजे होते हैं, फौजी के
दुनियाँ का यह समझौता हैं !
क्या पता उन्हें की,
वह दिल में कितना रोता...