आज फिर तुम्हारी याद आई है
वो अनकही बाते जो तुमने नही बताई है,
आज उन्हे सोच कर होठों पर मुस्कुराहट आई है
किसे कैसे बताओ हाल अपना,
आज फिर अंधेरी रात आई है
आज फिर तुम्हारी याद आई है,
ये यादे दर्द और तन्हाई लाई है,
तुम्हे न पाने का मलाल साथ लाई है,
कैसे रुकेंगे आँसू अब मेरे,
आज फिर अंधेरी रात आई है,
आज फिर तुम्हारी याद आई है,
तेरी...
आज उन्हे सोच कर होठों पर मुस्कुराहट आई है
किसे कैसे बताओ हाल अपना,
आज फिर अंधेरी रात आई है
आज फिर तुम्हारी याद आई है,
ये यादे दर्द और तन्हाई लाई है,
तुम्हे न पाने का मलाल साथ लाई है,
कैसे रुकेंगे आँसू अब मेरे,
आज फिर अंधेरी रात आई है,
आज फिर तुम्हारी याद आई है,
तेरी...