तुम चले जाओगे तो सोचेंगे
"तुम चले जाओगे तो सोचेंगे
हमने क्या खोया हमने क्या पाया...."
इसे सुनते हुए
आँख भर जाती है ..
जाने तुम कैसे
अचानक से मिल गए..
कुछ सोचने का
मौका ही कहाँ मिला
बस वक्त के साथ
बहते बहते मैं घुल गया
तुम्हारे भीतर..
ऐसे जैसे कि तुम
मेरा ही कोई हिस्सा थे..
या फिर पिछला अधूरा किस्सा शायद...
जिसे अब मिली पूर्णता..
तुम मेरी जीने की
खूबसूरत हकीकत भी हो
और दिलकश सा फरेब भी...
सुनो...
तुम कहीं भी रहो
आवाज भर की दूरी पर रहना ...!
तुम्हें पाना नहीं...
तुम्हारा होना काफी है..
वफा की महक का
घूँट भरने के लिए...!!
© Thakur
हमने क्या खोया हमने क्या पाया...."
इसे सुनते हुए
आँख भर जाती है ..
जाने तुम कैसे
अचानक से मिल गए..
कुछ सोचने का
मौका ही कहाँ मिला
बस वक्त के साथ
बहते बहते मैं घुल गया
तुम्हारे भीतर..
ऐसे जैसे कि तुम
मेरा ही कोई हिस्सा थे..
या फिर पिछला अधूरा किस्सा शायद...
जिसे अब मिली पूर्णता..
तुम मेरी जीने की
खूबसूरत हकीकत भी हो
और दिलकश सा फरेब भी...
सुनो...
तुम कहीं भी रहो
आवाज भर की दूरी पर रहना ...!
तुम्हें पाना नहीं...
तुम्हारा होना काफी है..
वफा की महक का
घूँट भरने के लिए...!!
© Thakur