कान्हा जी
हे गोविन्द सब ठीक करो...
हमें पचपदरा धाम में आना है!
हे गोविन्द सब ठीक करो...
हमें पचपदरा धाम में आना है!
करनी है दो बातें तुमसे...
फिर से दर्शन पाना है!
हे राधे सब ठीक करो...
हमें पचपदरा धाम में आना है!
जो हालात हुए है जग के..।
ये न किसी ने सोचा था;
मौत के इस अजीब से डरने,
न जीवन को नोचा था!
आकर इसको खत्म करो अब...
वचन यह तुम को निभाना है!
हे गोविन्द सब ठीक करो...
हमें पचपदरा धाम में आना है!
हे राधे सब ठीक करो...
हमें पचपदरा धाम में आना है!
पचपदरा की कुंज गली
मुझे याद बड़ी ही...
हमें पचपदरा धाम में आना है!
हे गोविन्द सब ठीक करो...
हमें पचपदरा धाम में आना है!
करनी है दो बातें तुमसे...
फिर से दर्शन पाना है!
हे राधे सब ठीक करो...
हमें पचपदरा धाम में आना है!
जो हालात हुए है जग के..।
ये न किसी ने सोचा था;
मौत के इस अजीब से डरने,
न जीवन को नोचा था!
आकर इसको खत्म करो अब...
वचन यह तुम को निभाना है!
हे गोविन्द सब ठीक करो...
हमें पचपदरा धाम में आना है!
हे राधे सब ठीक करो...
हमें पचपदरा धाम में आना है!
पचपदरा की कुंज गली
मुझे याद बड़ी ही...