#ज़िंदगी
जिंदगी की राह !
मसाल की लौ लहराए,
दीपक की दीप जलाए,
निकल पड़े है मंज़िल पाने को हम;
वतन का तिरंगा फहराए,
आज़ादी का नारा लगाए,
निकल पड़े हैं उड़ान भरने को हम;
दम है तो कोई रोक के...
मसाल की लौ लहराए,
दीपक की दीप जलाए,
निकल पड़े है मंज़िल पाने को हम;
वतन का तिरंगा फहराए,
आज़ादी का नारा लगाए,
निकल पड़े हैं उड़ान भरने को हम;
दम है तो कोई रोक के...