...

5 views

राखी: एक वरदान
राखी, वरदान या कलाई में सजने का समान,
अद्भुत रिश्ता का, अंगिनत् प्यार,
रक्षा बंधन भाई-बहन का त्यौहार।
इसमें वचन है, प्रेम है, मिठास से भरी संदेश है,
और खुशियों का भेट है।
पर सवाल एक, वचन किसका?
कौन करता रक्षा, धर्म किसका?
उत्तर कई के एक,
कि रक्षा करता भाई है,
कमजोर है नारी तभी बाँधे वे सूत्र है,
वचन है भाई का, रक्षा करता भाई है।
उत्तर कई के पर जवाब अब भी अधूरा था,
कमजोर यदि नारी,
तो आदि शक्ति कहता उन्हे कौन है?
सुनो क्या कहता वेद पुराण है,
राखी बस धागा नहीं,
राखी एक वरदान है।
बहनो के द्वारा अजयता का वरदान है।।
राखी बाँधे जो कलाई में
कष्टों को बाँध लेती है,
धागे की पवित्रता से,
यम- पाश बाँध लेती है।।
तो रक्षा बंधन में 'रक्षा' बहन करती है,
हाथों में मौली बाँध,
कष्ट वो हर लेती है।
और भाई तो इसके बदले
छोटी सी भेंट देता है।
इस तरह रक्षा बंधन संपन्न होता है।।

© A.K.Verma
#rakshabandhan #sister
#राखीका‌प्यार