जन्म और मरन का अनोखा बर्णन.......
हम जो जानत जन्म और मरन,
सब्दों की माला से करते बर्णन,
जैसे ही सूर्योदय हो जाता,
श्रिस्टी अंधकार मुक्त हो जाता,
मानो मनुष्य का जन्म होता है,
लोगों में खुसी की लेहेर आता है.......
जैसे ही समय बढ़ता जाता,
सूरज की तेज़ भी बढ़ता जाता,
मानो मनुष्य का उम्र बढ़ता है,
बल और बुद्धि बढ़ता जाता है......
सूर्य तेज़ जब प्रखर हो जाता,
सारि पृथ्वी...