ज़ीस्त से हम कज़ा हो जाते हैं
तय समय पर ज़ुदा हो जाते हैं
ज़ीस्त से हम कज़ा हो जाते हैं
आग लगती है जब कभी मुझमें
लोग अचानक हवा हो जाते हैं
काटकर नस को ये नये लड़के
इश्क़ में क्या से क्या हो जाते हैं
_____'जर्जर '
ज़ीस्त से हम कज़ा हो जाते हैं
आग लगती है जब कभी मुझमें
लोग अचानक हवा हो जाते हैं
काटकर नस को ये नये लड़के
इश्क़ में क्या से क्या हो जाते हैं
_____'जर्जर '