सपने
सींचे जो सपने मैंने
साकार किया उन्हे मैंने
पापा ने दी मुझे उड़ान
पहुंच गई मैं उस आसमान
जिसके थे बस सपने लिए
हिम्मत से वो हासिल किए
नहीं था कुछ भी आसान
बस हैं मेरे पापा के एहसान
जो भरोसा किया मेरा
फिर साथ दिया मेरा
जो भी हूँ मैं आज
सिर्फ उनका है आशीर्वाद
जो ना चलते वो साथ मेरे
रह जाते सपने अधूरे मेरे
सींचे जो सपने मैंने
साकार किया उन्हे मैंने ।
साकार किया उन्हे मैंने
पापा ने दी मुझे उड़ान
पहुंच गई मैं उस आसमान
जिसके थे बस सपने लिए
हिम्मत से वो हासिल किए
नहीं था कुछ भी आसान
बस हैं मेरे पापा के एहसान
जो भरोसा किया मेरा
फिर साथ दिया मेरा
जो भी हूँ मैं आज
सिर्फ उनका है आशीर्वाद
जो ना चलते वो साथ मेरे
रह जाते सपने अधूरे मेरे
सींचे जो सपने मैंने
साकार किया उन्हे मैंने ।