तलाश
तुम ही शायद
राह थे
या हमसफर
या मंज़िल
जो भी थे तुम
मिल जाते कभी शायद
मगर अब यकीनन
मैं किसी की खोज में नहीं
मैं ख़ुद गुम हूँ
पहले ख़ुद को तलाश लूँ
फ़िर तराश कर
बना लेंगे इस लायक
कि हमें तलाश
बस अपनी रहे
बस अपनी
© Atul Mishra
#kalammishraki
राह थे
या हमसफर
या मंज़िल
जो भी थे तुम
मिल जाते कभी शायद
मगर अब यकीनन
मैं किसी की खोज में नहीं
मैं ख़ुद गुम हूँ
पहले ख़ुद को तलाश लूँ
फ़िर तराश कर
बना लेंगे इस लायक
कि हमें तलाश
बस अपनी रहे
बस अपनी
© Atul Mishra
#kalammishraki