...

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तलाश
तुम ही शायद
राह थे
या हमसफर
या मंज़िल

जो भी थे तुम
मिल जाते कभी शायद

मगर अब यकीनन
मैं किसी की खोज में नहीं
मैं ख़ुद गुम हूँ

पहले ख़ुद को तलाश लूँ
फ़िर तराश कर
बना लेंगे इस लायक

कि हमें तलाश
बस अपनी रहे
बस अपनी
© Atul Mishra
#kalammishraki