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न ए साल कापहला दिन है, गीत खुशी के गाओ
बीते साल कमाया कितना,और गंवाया क्या क्या
नए साल में बैठ गए लेकर क्या लेखा-जोखा
खुशियों के इस मौके पर तुम सोच रहे हो ये क्या
कितनों ने है साथ दिया,किससे खाया है धोखा
अरे बावले बीती छोड़ो,वर्तमान को ध्याओ
नए साल का पहला दिन है,गीत खुशी के गाओ

बुरा हुआ क्या उसको छोड़ो,क्या अच्छा था सोचो
दुख की यादों को बिसराओ,सुख की याद दबोचो
हम क्या अच्छा कर सकते हैं,इस बारे में सोचो
दुखियों को खुश कर पाओ तुम,ऐसा भी कुछ सोचो
दुखी और लाचार जनों को खुश करते हैं,आओ
नए साल का पहला दिन है,गीत खुशी के गाओ

सड़क किनारे बैठे हैं जो,फटे चीथड़े ओढ़े
उन गरीब लाचारों पर भी करो खर्च तुम थोड़े़
सर्दी का है मौसम,उन पर भी तरस कुछ खाओ
कंबल और गर्म कपड़े कुछ,उन्हें बांटकर आओ
अबकी नया साल उन मजलूमों के संग बिताओ
नए साल का पहला दिन है,गीत खुशी के गाओ

गर इतना भी कर न सको तो एक काम कर जाना
भूखे किसी गरीब को खाना भर पेट खिलाना
दिल से देगा दुआ तुम्हें,दिल तेरा खुश कर देगा
सचमुच फिर इस नए साल को मंगलमय कर देगा
जिनका न हो जहां में कोई,तुम उनके बन जाओ
नए साल का पहला दिन है,गीत खुशी के गाओ

अपने खातिर सब जीते हैं,अपने गम से मरते
अपनी ही खातिर सब जाया अपना जीवन करते
लेकिन सबके दुख सुख में जो जीवन अर्पण करता
मानव बनकर आया है,पर देव तुल्य बन मरता
मृत्युभूमि पर तुम भी अपना नाम अमर कर जाओ
नए साल का पहला दिन है,गीत खुशी के गाओ

© Kaushal