दिल सा खिलौना
जब सब पाकर खोना है
फिर क्यों नहीं रोना है
हर बार टूटकर
जिसे जोड़ा जाए
दिल दिल सा नहीं लगता
लगता है जैसे कोई खिलौना है
जोड़ तो लेंगे
नया किसी के...
फिर क्यों नहीं रोना है
हर बार टूटकर
जिसे जोड़ा जाए
दिल दिल सा नहीं लगता
लगता है जैसे कोई खिलौना है
जोड़ तो लेंगे
नया किसी के...