...

19 views

डायरी पर लिखी यादे
सुनहरे पन्नों पर लिखूं में यादे,
जो हसीन वक़्त बिताए मैंने,
लिख दूँ में वो सारी बातें,
जो कभी न जिक्र किया वो मैंने।

जब भी पढूं उस डायरी को,
नज़रे शर्मा जाती है मेरी,
कैसे लिखे है मैंने शब्द,
पढ़ कर खूब हँस जाया करती।

यादे वो सुहावनी लगती,
बीते पल को याद करके,
कलम मेरी और यादे मेरी,
खूब पन्नों पर लिख जाया करती।