मेरे लिए
जो आज हँस रहें हैं मुझ पे,
वो ही कल रोयेंगे मेरे लिए।
आज उन्हें मेरी कद्र नहीं,
वो ही कल दुआ करेंगे मेरे लिए।
वो जो आज भागते हैं दूर मुझसे,
वो ही कल तरसेंगे,
मुझसे मिलने के मेरे लिए।
मैं सो जाऊँगा एक गहरी नींद में,
और वो मुझे जगाने के लिए,
सर पटकते रह जायेंगे मेरे लिए।
मैं खो जाऊँगा अँधियारों में,
और वो दर दर भटकेंगे मेरे लिए।
वो ही कल रोयेंगे मेरे लिए।
आज उन्हें मेरी कद्र नहीं,
वो ही कल दुआ करेंगे मेरे लिए।
वो जो आज भागते हैं दूर मुझसे,
वो ही कल तरसेंगे,
मुझसे मिलने के मेरे लिए।
मैं सो जाऊँगा एक गहरी नींद में,
और वो मुझे जगाने के लिए,
सर पटकते रह जायेंगे मेरे लिए।
मैं खो जाऊँगा अँधियारों में,
और वो दर दर भटकेंगे मेरे लिए।