ए नारी🖋
सुनो , समझो नारी ...... ए नारी क्या हो रहा , कैसे हो रहा ,क्यो हो रहा ,कब तक होगा
क्या सारी नारियों के साथ उनका चीरहरण होगा
लड़की होना क्या सही मे अभिशाप सा हो गया है
ये डर कही खत्म सा हो रहा था , क्यो ये उभर रहा है
क्या सही...
क्या सारी नारियों के साथ उनका चीरहरण होगा
लड़की होना क्या सही मे अभिशाप सा हो गया है
ये डर कही खत्म सा हो रहा था , क्यो ये उभर रहा है
क्या सही...