दोस्त बने या दुश्मन ..!
हकीकत से रूबरू हो चुके हैं
अब कोई ख्वाब सजाना नहीं हैं....
बहुत की है गलतियां पहले
अब उन्हें दोहराना नहीं हैं....
दोस्त बने चाहे...
अब कोई ख्वाब सजाना नहीं हैं....
बहुत की है गलतियां पहले
अब उन्हें दोहराना नहीं हैं....
दोस्त बने चाहे...