ठुकरा दो,या प्यार करो...!
होंगे तुम्हारे
कई उपासक,देते होंगे कई उपहार,
मैं तो हूँ ...........प्रेमाकांक्षी,साथ बस मैं भाव लाया हूँ।
पहली नज़र में तुमको चाहा, और तुमको सब कह दिया,
साहस कर तुमको भी मैंने हाल ए दिल सब कह दिया ।
कैसे जताऊं प्रेम में तुमसे,मुझमे आधुनिकता तो कुछ नही
बस करता हूँ मैं प्रेम...
कई उपासक,देते होंगे कई उपहार,
मैं तो हूँ ...........प्रेमाकांक्षी,साथ बस मैं भाव लाया हूँ।
पहली नज़र में तुमको चाहा, और तुमको सब कह दिया,
साहस कर तुमको भी मैंने हाल ए दिल सब कह दिया ।
कैसे जताऊं प्रेम में तुमसे,मुझमे आधुनिकता तो कुछ नही
बस करता हूँ मैं प्रेम...