#रहने दिया
जो छूटा जहां उसको वही रहने दिया,
सोचा नहीं जो हुआ उसे होने दिया;
थम जाएं ऐसों से ख़ुद न मिलने दिया,
बस खुद को तूफानों से मिलने दिया;
जो सोचती हूं अब कभी तो खुद पर
रहम खाती हूं,
क्यों होने दिया वो जिसने मुझे ही खिलने नहीं दिया;
लड़ सकती थी खुद के लिए पर खुद पर वो कर्जा नहीं किया,
जैसा जिसने मुझे दिखाया मैने वैसा ही खुद को दिखने दिया;
हद से ज्यादा अच्छी बन गई तो सबने
मुझ पर...