...

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ये जो कर रहे हो..तुम ठीक नहीं कर रहे..
तुम्हारे लिए भूलना आसान है तो बेशक भूल जाओ,
दूर जाना चाहते हो, नहीं रोकेंगे,जाओ चले जाओ..
तुम्हारे खिलाफ़ जाकर तुम्हारे करीब रहे हैं अब तक..
अब अगर करनी है बेवफाई...तो बेशक बेवफ़ा बन जाओ..!

सुना था कि आप लोगों के लिए वादे की एहमियत बहुत है,
सिर कटा देते हैं, लेकिन निभाते हैं खाई कसमें..अपनी,
हमसे किए वादे रोज़ ही तोड़ते हो "जाना"
फिर कहते हो कि "तुम तो जान हो मेरी"...!

सच ही तो है कि "अपनी जान" को दांव पर लगाते हो..
वादे करते हो हमसे लेकिन किसी और के साथ निभाते हो..
और कब तक चलेगा ये सब कभी तो समझो मुझे भी...
एक मिनट का बोलकर.. घंटों इन्तजार कराते हो..!

ये जो कर रहे हो,ठीक नहीं कर रहे हो,एक बार सोचना ज़रूर,
मैं इतनी गैर हूं क्या कि हमें बरसों याद नहीं करते,बताना ज़रूर..
कभी कभी सोचती हूं कि काश समझ पाते एहमियत मेरी,
ना दिखने पे मेरे,दिल तुम्हारा उदास हो जाए तो बताना ज़रूर.!

आकांक्षा मगन "सरस्वती"

#तुम्हारीयादें
#आकांक्षामगनसरस्वती
#निर्मोही


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