एक शहीद की बहन 😭🙏
एक शहीद की बहन के मन की चार पंक्तियाँ
दादी का दुलार भूला,
बाबुल का प्यार भूला,
मोतीयो की माला मेरी
आज तक ना लाया है,
होली के रंग भुला,
दीपो की उमंग भुला,
राखी वाला त्यौहार मेरा
बार बार बिसराया है,
भाभी मेरा भैय्या
बचपन से भुलक्कड़ था,
आज भी उसी
आदत को दोहराया है,
जाते समय मइया का
आशीष लेना भूल गया,
और आते समय रणथल में
अपना शीश भूल आया... 😭
कुछ पंक्तियां महाराष्ट्र के लातूर जिले के
शहीद वीर पुत्र को समर्पित 🙏
जय हिन्द....जय हिन्द....जय हिन्द....
© उन्मुक्क्त अनूप
दादी का दुलार भूला,
बाबुल का प्यार भूला,
मोतीयो की माला मेरी
आज तक ना लाया है,
होली के रंग भुला,
दीपो की उमंग भुला,
राखी वाला त्यौहार मेरा
बार बार बिसराया है,
भाभी मेरा भैय्या
बचपन से भुलक्कड़ था,
आज भी उसी
आदत को दोहराया है,
जाते समय मइया का
आशीष लेना भूल गया,
और आते समय रणथल में
अपना शीश भूल आया... 😭
कुछ पंक्तियां महाराष्ट्र के लातूर जिले के
शहीद वीर पुत्र को समर्पित 🙏
जय हिन्द....जय हिन्द....जय हिन्द....
© उन्मुक्क्त अनूप