बावनी इमली की हुंकार
गूँज उठा था बैरकपुर में, मंगल पांडे ने शंख बजाया,
फतेहपुर के रणबांकुरों ने क्रांति का बिगुल उठाया।
जोधा सिंह अटैया, गौतम क्षत्रिय, वीरों की शान,
इमली के पेड़ पर झूले, पर देशभक्ति रही महान।
बावनी इमली की छांव में, फाँसी के फंदे की गर्जना,
अंग्रेजी बर्बरता का जवाब, थी उनकी शौर्य की हुंकार।
झूल गए 52 वीर, पर हौसले नहीं झुके,
शहीदों की कुर्बानी, देश के दिल में बसे।
खजुआ की...
फतेहपुर के रणबांकुरों ने क्रांति का बिगुल उठाया।
जोधा सिंह अटैया, गौतम क्षत्रिय, वीरों की शान,
इमली के पेड़ पर झूले, पर देशभक्ति रही महान।
बावनी इमली की छांव में, फाँसी के फंदे की गर्जना,
अंग्रेजी बर्बरता का जवाब, थी उनकी शौर्य की हुंकार।
झूल गए 52 वीर, पर हौसले नहीं झुके,
शहीदों की कुर्बानी, देश के दिल में बसे।
खजुआ की...