कनीज़ हूँ मैं खुदा का
मैं वो प्रीत हूँ माँ का, दुलारी हूँ बाप का
कनीज हूँ खुदा का और बेटी हूँ मैं इस्लाम का!
हर रिवाजों से पाकिजा एक आहकाम हूँ शरिया का,
मुस्कान मेरी खुबियां, एक पहचान हूँ पर्दा का!
इखलास भरी...
कनीज हूँ खुदा का और बेटी हूँ मैं इस्लाम का!
हर रिवाजों से पाकिजा एक आहकाम हूँ शरिया का,
मुस्कान मेरी खुबियां, एक पहचान हूँ पर्दा का!
इखलास भरी...