चाँद का प्यार
देख रहा है चाँद गगन से ,समुन्द्र मे उठती लहरों को ।
प्रेम मे डूबा आशिक देखता है जैसे चेहरे को।।
लहरें भी उसकी...
प्रेम मे डूबा आशिक देखता है जैसे चेहरे को।।
लहरें भी उसकी...