बाँस ही बाँस
हमने अपनी वसंत में
पाठ पढ़ा था ख़ास,
साँस-साँस में बास नहीं
साँस-साँस में बाँस।
पाठ लिखा था विदेशी ने
पर ज्ञान था इसमें देशी,
बाँस ग़रीब का सोना...
पाठ पढ़ा था ख़ास,
साँस-साँस में बास नहीं
साँस-साँस में बाँस।
पाठ लिखा था विदेशी ने
पर ज्ञान था इसमें देशी,
बाँस ग़रीब का सोना...