![...](https://api.writco.in/assets/images/post/user/poem/715200523080923270.webp)
19 views
जीवन-पथ
अपने इस जीवन में क्या रखा है,
जो चाहा वह तो मिल नही पाया है।
बचपन में ही चाह थी कुछ कर दिखाने की,
पर जिम्मेदारी ने सब छीन लिया है।
माँ का साया छुट गया,
जो था वह भी लुट गया।
जिंदगी जीने के लिए साहस,
अपने और उनका साथ बस।
लग रहा है अकेले ही जीना है,
जीने की राह भी तो चुनना है।
चलतें-चलतें कुछ अच्छे कुछ बुरे लोग मिले,
हर एक से कुछ ना कुछ सिखा और चले ।
आए कुछ बुरे अनुभव ,पर सिखा गए सिखा गए जिंदगी जीना,
न माननी है हार अभी,करना है जो ठानी है।
जिंदगी से सिख लिया,अब चलतें जाना है,
जो भी आई मुसीबत हँसते रहना है।
@piyu#
जो चाहा वह तो मिल नही पाया है।
बचपन में ही चाह थी कुछ कर दिखाने की,
पर जिम्मेदारी ने सब छीन लिया है।
माँ का साया छुट गया,
जो था वह भी लुट गया।
जिंदगी जीने के लिए साहस,
अपने और उनका साथ बस।
लग रहा है अकेले ही जीना है,
जीने की राह भी तो चुनना है।
चलतें-चलतें कुछ अच्छे कुछ बुरे लोग मिले,
हर एक से कुछ ना कुछ सिखा और चले ।
आए कुछ बुरे अनुभव ,पर सिखा गए सिखा गए जिंदगी जीना,
न माननी है हार अभी,करना है जो ठानी है।
जिंदगी से सिख लिया,अब चलतें जाना है,
जो भी आई मुसीबत हँसते रहना है।
@piyu#
Related Stories
21 Likes
6
Comments
21 Likes
6
Comments