जीवन-पथ
अपने इस जीवन में क्या रखा है,
जो चाहा वह तो मिल नही पाया है।
बचपन में ही चाह थी कुछ कर दिखाने की,
पर जिम्मेदारी ने सब छीन लिया है।
माँ का साया छुट गया,
जो था वह भी लुट गया।
जिंदगी जीने के लिए साहस,
अपने...
जो चाहा वह तो मिल नही पाया है।
बचपन में ही चाह थी कुछ कर दिखाने की,
पर जिम्मेदारी ने सब छीन लिया है।
माँ का साया छुट गया,
जो था वह भी लुट गया।
जिंदगी जीने के लिए साहस,
अपने...