तेरा एहसास
सोंचता हूँ जब भी तुम्हारी याद आती है
जैसे मानो तुम्हारी जिस्म मेरी रुह को छू जाती है।
बेवक्त ही तेरा एहसास दिलाती है
न...
जैसे मानो तुम्हारी जिस्म मेरी रुह को छू जाती है।
बेवक्त ही तेरा एहसास दिलाती है
न...