वही फिर लिहाज़ा हुआ
उसकी एक झलक के लिए इस कदर तनाज़'आ हुआ
जेसे बाकी सब ख्वाइशों का शहर में जनाज़'आ हुआ
तनाज़'आ,,,,विवाद
बहुत एहतियात से रखा था दिल मेने सम्भल कर
नज़र मिलते ही उससे फिर "वही" लिहाज़'आ हुआ
( "वही" शब्द यहां इश्क...
जेसे बाकी सब ख्वाइशों का शहर में जनाज़'आ हुआ
तनाज़'आ,,,,विवाद
बहुत एहतियात से रखा था दिल मेने सम्भल कर
नज़र मिलते ही उससे फिर "वही" लिहाज़'आ हुआ
( "वही" शब्द यहां इश्क...