☘️"पहचान"☘️
#पहचान
बनेगा जो सास्वत वही आधार होगा,
पहचान तेरा नाम अपितु काम होगा;
आख़िरी सांस लेने से पहले,
बनाना पहचान खुद की,
नहीं तो जग में आना तेरा बेकार होगा।
बिन पहचान आदमी किसी काम का नहीं,
ना ही कोई पहचान तो कोई जानता नहीं।
वजूद खुद का करना हो हासिल,
तो पहचान है ज़रूरी।
नहीं तो कहीं न कहीं शख्सियत रह जाती अधूरी।
मगर...
बनेगा जो सास्वत वही आधार होगा,
पहचान तेरा नाम अपितु काम होगा;
आख़िरी सांस लेने से पहले,
बनाना पहचान खुद की,
नहीं तो जग में आना तेरा बेकार होगा।
बिन पहचान आदमी किसी काम का नहीं,
ना ही कोई पहचान तो कोई जानता नहीं।
वजूद खुद का करना हो हासिल,
तो पहचान है ज़रूरी।
नहीं तो कहीं न कहीं शख्सियत रह जाती अधूरी।
मगर...