...

7 views

दिखावा
माना दुनिया दिखावे की है, दिखावा है आज कल चलता।
झूठा दिखावा.... याद रख मेरे दोस्त ज्यादा दिन नहीं फलता।।

गुणवान व्यक्ति का हुनर बोलता, नहीं करता वो दिखावा।
झूठा मुखौटा पहन जो दिखावा करता, वो होता है छलावा।।

यह छलावा किसी और को नहीं तुमको ही ही छलता।
दिखावा कहो या छलावा किसी का भला नहीं करता।।
बनना है तो उस वृक्ष की तरह बनो, जो जड़े जमीन में रख कद में है बढ़ता।
आसमान को छूने वाला, नीचे आए इंसान को छाया और फल प्रदान करता।।

जिस के पास जो हो देने को वहीं तो है देता।
दिखावे की खोखली दुनिया वाले कैसे बन जाए विजेता।।

इसलिए दुनिया की भीड़ में चमकने हेतु दिखावा करना छोड़ो।
असली हुनर को चमका कर जिंदगी का रुख उस तरफ मोड़ो।।

हुनर दिलवाएगा उमर भर के लिए एक सच्ची पहचान,
दिखावा तो दिलवा पाता बस पल दो पल की झूठी शान।।

इसलिए सदा दिखावे से दूर अपनी जमीन से सदा रहना तुम जुड़े।
सच्चाई और हुनर के दम पर ही सदा उड़ान भरना, जब भी कभी तुम उड़ें।।




© Vasudha Uttam