तन्हाई
ये शहर कैसा है हर इन्सान तन्हा दिखाई दे
बस सिर्फ जिस्म है हर इन्सान जिन्दा दिखाई दे
हर यहाँ दिल जलता है, हर जिक्र की आवाज सुनी है
आसपास धुआँ नजर आए , न शोला अब दिखाई दे
...
बस सिर्फ जिस्म है हर इन्सान जिन्दा दिखाई दे
हर यहाँ दिल जलता है, हर जिक्र की आवाज सुनी है
आसपास धुआँ नजर आए , न शोला अब दिखाई दे
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