मैं
मैं खुद के पास फिर गया ही नही
मिलता खुदसे? पर मैं था ही नही
मेरी सांस बस रुकने को थी, की
मैं आंखों से ढुलका फिर बचा...
मिलता खुदसे? पर मैं था ही नही
मेरी सांस बस रुकने को थी, की
मैं आंखों से ढुलका फिर बचा...