...

3 views

इत्र की रूहानी खाशियत
ऐ इत्र, तू हवा में घुल कर एक ऐसी खुशबू अता कर दे।
जिसकी महक, फिजा में अलग सी रूहानी सुकुन पैदा कर दे ।।

न कभी गुरुर हो खुशियों से, और न तो कभी ग़म सताए ।
ठंड़क हो दिल में ऐसी जो जुबान पे खुदा का जिक्र कराए।

इबादतों में अपने, खुदा के अजमतों व रहमतों का बस हमसे याद करवाये ।
हर हालतों में, फैज बरकरार रहे उसका हमपे, ऐसे दुआएं भी...