दिली ख़्वाहिश।
जब होगी तेरी मित्रता की नीलामी,
जीतकर दिखाएंगे हम वो नीलामी।
अगर तन-मन-धन सबकुछ बेचना,
अपना सर्वस्व...
जीतकर दिखाएंगे हम वो नीलामी।
अगर तन-मन-धन सबकुछ बेचना,
अपना सर्वस्व...