संस्कारों और वीरों की धरा…!!!!
जहां भगत सिंह जैसे…
माटी की खातिर रस्सियों पर झूल गए।।
जहां दुश्मनों को माफ करा हमने…
और उनकी गलतियों को भूल गए।।
हम उन महापुरुषों की संतान है …
जगतगुरु के द्वारा मिला हमी को गीता का अद्भुत ज्ञान है।।
वीरों और संस्कारों की यह धरती है…
इस माटी में ही तो जान हमारी बस्ती है।।
जी आदर्श हमारे हैं जिंदा…
भरत के जैसे भ्राता भी जन्में थे,
जो थे भाई की खातिर मां की करनी पर शर्मिंदा।।
वो थे मर्यादा पुरुषोत्तम राम…
एक वचन की खातिर जिन्होंने सिंहासन...
माटी की खातिर रस्सियों पर झूल गए।।
जहां दुश्मनों को माफ करा हमने…
और उनकी गलतियों को भूल गए।।
हम उन महापुरुषों की संतान है …
जगतगुरु के द्वारा मिला हमी को गीता का अद्भुत ज्ञान है।।
वीरों और संस्कारों की यह धरती है…
इस माटी में ही तो जान हमारी बस्ती है।।
जी आदर्श हमारे हैं जिंदा…
भरत के जैसे भ्राता भी जन्में थे,
जो थे भाई की खातिर मां की करनी पर शर्मिंदा।।
वो थे मर्यादा पुरुषोत्तम राम…
एक वचन की खातिर जिन्होंने सिंहासन...