( लड़कियों की जिंदगी आसान नहीं होती)
कहने को तो आज हमें बहुत सी सुविधाएं मिल रही है,
कहने को सब बराबर है,
जब आती है बात हमारी उड़ा की,
तो समाज के दायरे के बाहर हमारी उड़ा नहीं होती,
और जितना सोचते हैं हम,
लड़कियों की जिंदगी उतनी आसान नहीं होती।
अरे, खाना बनाना नहीं आता,
कितनी बड़ी हो गई है,
बहन जी सारा काम इससे ही करवाया करो,
इन सब चीजों की, इन लोगों से ज्यादा मेरे मम्मी पापा को फिक्र नहीं होती,
और जितना सोचते हैं हम,
लड़कियों की जिंदगी उतनीआसान नहीं होती।
अपनी freedom के लिए एक शब्द कह दे,
फिर क्या,
घरवालों के द्वारा शादी के तीर छोड़ दिए जाते हैं,
बिना सोचे समझे कुछ भी कह दिया जाता है,
लोगों के पास शादी के अलावा कोई बात नहीं होती,
और जितना सोचते हैं हम,
लड़कियों की जिंदगी उतनी आसान नहीं होती।
लड़की पैदा नहीं होती,
उससे पहले सोच लिया जाता है,
कितना शादी में खर्च होगा,
कितना दहेज देना होगा,
और उसी समय से जोड़ना भी...
कहने को सब बराबर है,
जब आती है बात हमारी उड़ा की,
तो समाज के दायरे के बाहर हमारी उड़ा नहीं होती,
और जितना सोचते हैं हम,
लड़कियों की जिंदगी उतनी आसान नहीं होती।
अरे, खाना बनाना नहीं आता,
कितनी बड़ी हो गई है,
बहन जी सारा काम इससे ही करवाया करो,
इन सब चीजों की, इन लोगों से ज्यादा मेरे मम्मी पापा को फिक्र नहीं होती,
और जितना सोचते हैं हम,
लड़कियों की जिंदगी उतनीआसान नहीं होती।
अपनी freedom के लिए एक शब्द कह दे,
फिर क्या,
घरवालों के द्वारा शादी के तीर छोड़ दिए जाते हैं,
बिना सोचे समझे कुछ भी कह दिया जाता है,
लोगों के पास शादी के अलावा कोई बात नहीं होती,
और जितना सोचते हैं हम,
लड़कियों की जिंदगी उतनी आसान नहीं होती।
लड़की पैदा नहीं होती,
उससे पहले सोच लिया जाता है,
कितना शादी में खर्च होगा,
कितना दहेज देना होगा,
और उसी समय से जोड़ना भी...