जान कर हम भी खा रहे हैं फरेब ये शराफत नहीं ताे फिर क्या है
दिल में चाहत नहीं तो फिर क्या है
उनसे रगबत नहीं ताे फिर क्या है
राेज मैं पूछता हूँ हाल उनका
ये माेहब्बत नहीं ताे फिर क्या...
उनसे रगबत नहीं ताे फिर क्या है
राेज मैं पूछता हूँ हाल उनका
ये माेहब्बत नहीं ताे फिर क्या...