मुझे जलाने के लिए झुटी।
मुझे जलाने के लिए झूठी समा ना बांधो
इतना ख़ुद को तकलीफ़ में ना बांधो
अच्छाई हर जगह फैली है मेरी
सुनो! अपने कान ना बांधो,
पानी के लिए कोई तरनी ना बांधो
डूबना होगा तो डूब के निकलेंगे साहिल को
जिंदगी को दिलकश अंदाज में जियो
सुनो! ख़ुद को इतना ना बांधो।
इतना ख़ुद को तकलीफ़ में ना बांधो
अच्छाई हर जगह फैली है मेरी
सुनो! अपने कान ना बांधो,
पानी के लिए कोई तरनी ना बांधो
डूबना होगा तो डूब के निकलेंगे साहिल को
जिंदगी को दिलकश अंदाज में जियो
सुनो! ख़ुद को इतना ना बांधो।