"चिकित्सक शिव"
"हे! करुणामे शिव
हमेशा सहयता कर ने आते हो तुम
भक्तो के प्रेम में
हर रूप में आते हो तुम
मन,शरीर,आत्मा को आरोग्य करने हेतु
वैद्य रूप में...
हमेशा सहयता कर ने आते हो तुम
भक्तो के प्रेम में
हर रूप में आते हो तुम
मन,शरीर,आत्मा को आरोग्य करने हेतु
वैद्य रूप में...