खफ़ा
में दूसरो से, नही खुद से खफ़ा हूं।
खुद की परछाई देख कर, सोचती हूं की मैं ऐसी तो न थी।
यूं चुप रहना, अकेलेपन में जीना मुझे तो नही आता था।
खामोशी इस कदर की अब खुद की गलती न होने पर भी सब कुछ...
खुद की परछाई देख कर, सोचती हूं की मैं ऐसी तो न थी।
यूं चुप रहना, अकेलेपन में जीना मुझे तो नही आता था।
खामोशी इस कदर की अब खुद की गलती न होने पर भी सब कुछ...