वो सब इत्तेफाक सा था.....
तुमसे मिलना इत्तेफाक सा था,
जो कहना था इक ख़्वाब था,
जो दिल में था इक राज़ था,
मेरे गीतों में तुम्हारा साज़ था,
मौसम बड़ा खास था,
मेरा दिल तुम्हारे पास था,
मेरा यार मेरे साथ था,
हाथों में हाथ था,
मैं सिर्फ़ उसी की हुं, कहाँ कह पाता था,
कभी मुझसे...
जो कहना था इक ख़्वाब था,
जो दिल में था इक राज़ था,
मेरे गीतों में तुम्हारा साज़ था,
मौसम बड़ा खास था,
मेरा दिल तुम्हारे पास था,
मेरा यार मेरे साथ था,
हाथों में हाथ था,
मैं सिर्फ़ उसी की हुं, कहाँ कह पाता था,
कभी मुझसे...