ये भी क्या जीना है पगले
#shadow #shadowopoem
ये भी क्या जीना है पगले
यू टूट कर, बिखर कर
मायूस होकर, अपने ही आप में हताश होकर
ये भी क्या जीना है
माना दर्द है कई, माना है कई अड़चने
आने को तो...
ये भी क्या जीना है पगले
यू टूट कर, बिखर कर
मायूस होकर, अपने ही आप में हताश होकर
ये भी क्या जीना है
माना दर्द है कई, माना है कई अड़चने
आने को तो...