तेरी याद दिल से है कि जाती नहीं।।
तुम से मिलने की आशा बहुत है मगर,
तुम से मिलने कि रुत है कि आती नहीं|
करूँ कितनी भी कोशिश दिल बहलाने की मगर,
एक तेरी याद दिल से है कि जाती नहीं ||
प्रेम कि राह में मुझको ले चला|
वो हाथ पकड़ के अपनी गली||
मैं तो चलती रही उसी राह पर मगर,
अब मेरे पीछे वो है कि आता नहीं |
करूँ कितनी भी कोशिश दिल बहलाने की...
तुम से मिलने कि रुत है कि आती नहीं|
करूँ कितनी भी कोशिश दिल बहलाने की मगर,
एक तेरी याद दिल से है कि जाती नहीं ||
प्रेम कि राह में मुझको ले चला|
वो हाथ पकड़ के अपनी गली||
मैं तो चलती रही उसी राह पर मगर,
अब मेरे पीछे वो है कि आता नहीं |
करूँ कितनी भी कोशिश दिल बहलाने की...