ठिकाने दो...
भूल गया हूं अपना पता मुझे ठिकाने दो,
देखकर तेरी आँखों में मुझे मुस्कुराने दो।
तुम्ही मेरी मंजिल हो ज़रा पास तो मुझे आने दो,
तक़दीर से लड़कर भी मुझे तुम्हे पाने दो।
जिंदगी के सुने लम्हों में भी प्यार की बरसात होने दो,
अपने जुल्फों के साये में जरा मुझे सोने...
देखकर तेरी आँखों में मुझे मुस्कुराने दो।
तुम्ही मेरी मंजिल हो ज़रा पास तो मुझे आने दो,
तक़दीर से लड़कर भी मुझे तुम्हे पाने दो।
जिंदगी के सुने लम्हों में भी प्यार की बरसात होने दो,
अपने जुल्फों के साये में जरा मुझे सोने...