उठा लाईं
वो आईं थीं तो कुछ नया लातीं ,
ये क्या पुराना घाव उठा लाईं ।
अभी दरकतीं है पुरानी यादों की किरचें ,
नए कांच के गुलदान में फूल पुराना उठा लाईं ।
क़त्ल करना था तो बस चूम लेतीं ,
नाहक़ हाथ में...
ये क्या पुराना घाव उठा लाईं ।
अभी दरकतीं है पुरानी यादों की किरचें ,
नए कांच के गुलदान में फूल पुराना उठा लाईं ।
क़त्ल करना था तो बस चूम लेतीं ,
नाहक़ हाथ में...