Are Girls a burden?
अरे मिटा देना चाहतीं नियम को एसे,
जो औरत के सकू को छीन ले,
लड़का भी तो औरत की ही कोख से जन्मे,
नौ महीनों को तो वो ही झेले,
अरे मिटा देना चाहती नियम को एसे|
फिर भी क्यों मां लड़के के लिए ही गवाई दे
लडकी का...
जो औरत के सकू को छीन ले,
लड़का भी तो औरत की ही कोख से जन्मे,
नौ महीनों को तो वो ही झेले,
अरे मिटा देना चाहती नियम को एसे|
फिर भी क्यों मां लड़के के लिए ही गवाई दे
लडकी का...