महसूस होता है ऐसे जैसे मानो …
स्वार्थ में थोड़ा रंग निःस्वार्थ का मिला देते तो…
स्वार्थ की परिभाषा ही बदल जाती
यकीनन समझ भी बदल जाती
प्रेम में विश्वास भी बढ़ जाता और
रिश्ते भी बदल जाते
मगर एक दौर ऐसा चल ...
स्वार्थ की परिभाषा ही बदल जाती
यकीनन समझ भी बदल जाती
प्रेम में विश्वास भी बढ़ जाता और
रिश्ते भी बदल जाते
मगर एक दौर ऐसा चल ...